धानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को रियो डी जेनेरियो में ब्राजील, चिली और अर्जेंटीना के राष्ट्रपतियों से मुलाकात की। इन बैठकों में रक्षा, ऊर्जा, जैव ईंधन, कृषि और डिजिटल प्रौद्योगिकी जैसे विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर चर्चा हुई।
ब्राजील के राष्ट्रपति लूला से वार्ता
प्रधानमंत्री मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति लुईज इनासियो लूला दा सिल्वा के साथ जी-20 शिखर सम्मेलन की सफल मेजबानी के लिए धन्यवाद व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “हमने अपने द्विपक्षीय संबंधों की पूरी श्रृंखला की समीक्षा की और ऊर्जा, जैव ईंधन, रक्षा, और कृषि जैसे क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई।”
ब्राजील के राष्ट्रपति ने भारत की जी-20 अध्यक्षता से प्रेरणा लेने की बात कही और दोनों नेताओं ने भूख और गरीबी के खिलाफ वैश्विक गठबंधन के लिए सहयोग का आश्वासन दिया।
चिली के राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक से मुलाकात
पीएम मोदी ने चिली के राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक फॉन्ट से भी मुलाकात की। इस दौरान फार्मास्यूटिकल्स, प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष, और स्वास्थ्य सेवा में संबंधों को गहरा करने पर चर्चा हुई। प्रधानमंत्री ने चिली में आयुर्वेद की बढ़ती लोकप्रियता का भी जिक्र किया और इसे संबंधों को गति देने वाला क्षेत्र बताया।
राष्ट्रपति बोरिक ने भारत-चिली व्यापार समझौते (CEPA) और सार्वजनिक-निजी निवेश व व्यापार को बढ़ावा देने के नए अवसरों पर जोर दिया।
अर्जेंटीना के साथ सहयोग पर चर्चा
प्रधानमंत्री मोदी ने अर्जेंटीना के साथ भी द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने के लिए वार्ता की। इस दौरान स्वास्थ्य, डिजिटल प्रौद्योगिकी, खनन, और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी।
जी-20 शिखर सम्मेलन और वैश्विक संबंधों पर फोकस
राष्ट्रपति शी जिनपिंग और जो बाइडेन सहित कई वैश्विक नेता इस शिखर सम्मेलन में शामिल हुए। भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के साथ जी-20 ट्रोइका का हिस्सा होने के नाते, भारत ने विकासशील देशों के मुद्दों पर विशेष जोर दिया।
इन बैठकों से यह स्पष्ट हुआ कि भारत वैश्विक मंच पर अपने संबंधों को और मजबूत करते हुए वैश्विक चुनौतियों के समाधान में सक्रिय भूमिका निभा रहा है।