Chhath Puja 2024: आचार्य मदन मोहन के अनुसार छठ पूजा के लिए कुछ खास सामग्रियां होती हैं, जिनका पूजा में उपयोग होता है. आइए जानते हैं उन जरूरी सामग्रियों की सूची जिनके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है.
Chhath Puja 2024: 7 नवंबर 2024 गुरुवार से छठ महापर्व की शुरुआत हो रही है. यह पर्व खासकर संतान की प्राप्ति और उनके अच्छे स्वास्थ्य के लिए मनाया जाता है. चार दिनों तक चलने वाले इस पर्व में व्रतधारी लोग पूरी श्रद्धा के साथ सूर्य देव और छठी मैया की पूजा करते हैं. इस पर्व की शुरुआत नहाय-खाय से होती है, उसके बाद खरना, संध्या अर्घ्य और उषा अर्घ्य के साथ यह पर्व संपन्न होता है.
आाचर्य मदन मोहन के अनुसार छठ पूजा के लिए कुछ खास सामग्रियां होती हैं, जिनका उपयोग पूजा में किया जाता है. आइए जानते हैं उन आवश्यक सामग्रियों की सूची, जिनके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है.
पूजन सामग्री: पूजा के लिए थाली, तांबे का लोटा, गिलास, दूध का लोटा, शुद्ध जल, नारियल, सिंदूर, कपूर, कुमकुम, चावल (अक्षत) और चंदन का इस्तेमाल होता है.
भोग सामग्री: इस पूजा में विशेष भोग तैयार किया जाता है जैसे ठेकुआ, मालपुआ, खीर-पूड़ी, खजूर, सूजी का हलवा और चावल के लड्डू. ये सभी भोग भक्तजन खुद तैयार करते हैं और ये प्रसाद के रूप में बहुत महत्व रखते हैं.
प्रसाद के लिए टोकरी: बांस की तीन टोकरी और तीन सूप का उपयोग प्रसाद वितरण में किया जाता है. इनका धार्मिक महत्व होता है और इन्हीं से छठी मैया को भोग अर्पित किया जाता है.
फल-सब्जियां: पूजा में सेब, सिंघाड़ा, मूली, नाशपाती, शकरकंदी और गन्ना जैसे फल और सब्जियां शामिल होती हैं. केले का पूरा गुच्छा इस पूजा का एक अनिवार्य हिस्सा होता है.
अन्य सामग्री: व्रतधारी के लिए साड़ी या कुर्ता पजामा, हल्दी का हरा पौधा, अदरक, डगरा, कैराव, पान, सुपारी और शहद की डिब्बी भी पूजा में उपयोग की जाती है
आचार्य के अनुसार छठ पूजा में इन सामग्रियों का उपयोग धार्मिक मान्यताओं के अनुसार किया जाता है. हर वस्तु का विशेष महत्व है. इस पर्व पर महिलाएं और पुरुष निर्जल व्रत रखते हैं, जो उनकी श्रद्धा और समर्पण को दर्शाता है. व्रतधारी सूर्य देव और छठी मैया को प्रसन्न करने के लिए पूरी निष्ठा से पूजा सामग्री का चुनाव करते हैं और उन्हें अर्पित करते हैं. इस प्रकार छठ पूजा की प्रत्येक सामग्री इस पर्व की पूरी विधि और महत्व को दर्शाती है. इसलिए, छठ महापर्व के अवसर पर हर व्रतधारी को अपनी पूजा सामग्री की सूची बनानी चाहिए ताकि पूजा में कोई कमी न रहे और उनकी श्रद्धा और संकल्प पूरा हो सके.