बेगूसराय: हिंदी साहित्य के क्षेत्र में बेगूसराय की पहचान राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर से होती रही है, इसी कड़ी में, वर्ष 2024 में बेगूसराय को एक और बड़ा सम्मान प्राप्त हुआ है, जिले के चर्चित साहित्यकार डॉ. अभिषेक कुमार को बिहार की सबसे प्रतिष्ठित साहित्यिक संस्था बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन, पटना द्वारा ‘लोक साहित्य साधना सम्मान – 2024’ से नवाजा गया है, डॉ. अभिषेक का नाम बुक्स ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है, उन्होंने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि पिछले 110 वर्षों से राज्य के साहित्यकारों को बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के माध्यम से यह सम्मान मिलता आया है,
डॉ. अभिषेक कुमार, बेगूसराय जिले के बलिया प्रखंड के सदानंदपुर गांव के निवासी हैं, वे डॉ. इंदु मिश्रा और डॉ. सतीश चंद्र मिश्रा के पुत्र हैं, साहित्य में उनके विशिष्ट योगदान के लिए उन्हें ‘लोक साहित्य साधना सम्मान – 2024’ से सम्मानित किया गया, यह सम्मान उन्हें बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के दो दिवसीय महाधिवेशन में प्रदान किया गया, जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री पद्मश्री डॉ. सी. पी. ठाकुर, सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ. अनिल सुलभ, बिहार सरकार के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह और प्रख्यात गीतकार पंडित बुद्धिनाथ मिश्र की उपस्थिति में यह सम्मान दिया गया,
बुक्स ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज नाम
पेशे से नेत्र विशेषज्ञ, डॉ. अभिषेक कुमार कहते हैं, “स्वास्थ्य विज्ञान मेरा प्रोफेशन है, तो साहित्य मेरा पैशन”, अब तक उनकी तेरह किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं, जिनमें आठ काव्य संग्रह, दो बाल काव्य संग्रह, एक लघुकथा संग्रह, एक व्यंग्य संग्रह और बाबा नागार्जुन पर आधारित एक शोध ग्रंथ शामिल हैं, उनकी किताब ‘कोरोना डायरी: इंडिया फाइट्स अगेंस्ट कोविड -19’ को कोरोना महामारी पर आधारित पहली किताब का दर्जा इंफ्लुएंसर्स बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड द्वारा दिया गया है,