मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आगामी विधानसभा चुनाव से पहले महिला मतदाताओं को साधने के लिए एक बड़ा दांव खेलने जा रहे हैं। इसके तहत वह पूरे बिहार में ‘महिला संवाद यात्रा’ करेंगे। इस यात्रा का उद्देश्य महिलाओं से सीधा संवाद करना और उनके लिए नई योजनाओं की शुरुआत की रूपरेखा तैयार करना है।
कैबिनेट ने दी महिला संवाद यात्रा को मंजूरी
मंगलवार को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में कुल 9 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। इनमें ‘महिला संवाद यात्रा’ पर होने वाले खर्च से जुड़ा एक अहम प्रस्ताव भी शामिल था। इस कार्यक्रम पर कुल 225 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। बिहार सरकार के ग्रामीण विकास विभाग को इस कार्यक्रम के लिए नोडल विभाग बनाया गया है।
नीतीश कुमार इस यात्रा के दौरान महिला सशक्तिकरण के लिए किए गए कार्यों पर चर्चा करेंगे। राज्य में लगभग 48% महिला मतदाता हैं, जिन्हें जेडीयू का मजबूत वोट बैंक माना जाता है।
महिला वोट बैंक पर जेडीयू की नजर
जेडीयू आगामी चुनाव में महिला वोट बैंक को मजबूत करना चाहती है। इस संवाद यात्रा के बाद महिलाओं को ध्यान में रखकर नई योजनाओं की शुरुआत की योजना है। हालांकि कैबिनेट प्रस्ताव में नीतीश कुमार की यात्रा का सीधा उल्लेख नहीं है, लेकिन सरकार की तैयारियों से यह साफ है कि मुख्यमंत्री दिसंबर में इस यात्रा की शुरुआत कर सकते हैं।
नीतीश कुमार की अब तक की यात्राएं
नीतीश कुमार ने 2005 में अपनी पहली ‘न्याय यात्रा’ की थी, जिसके बाद बिहार में लालू यादव की सत्ता का अंत हुआ। इसके बाद उन्होंने अलग-अलग उद्देश्यों के लिए 14 यात्राएं की हैं, जिनमें 2009 में ‘विकास यात्रा’, 2010 में ‘विश्वास यात्रा’, 2015 में ‘संपर्क यात्रा’, 2016 में ‘निश्चय यात्रा’, और 2023 में ‘समाधान यात्रा’ शामिल हैं।
इन यात्राओं के जरिए नीतीश कुमार ने जनता के बीच अपनी सरकार की नीतियों और उपलब्धियों को पहुंचाने का काम किया है। ‘महिला संवाद यात्रा’ भी इसी सिलसिले की एक कड़ी है, जो महिला मतदाताओं को पार्टी से जोड़ने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
क्या है महिला संवाद यात्रा का उद्देश्य?
इस यात्रा का उद्देश्य महिलाओं के साथ सीधे संवाद करना और उनकी समस्याओं को समझते हुए उनके लिए विशेष योजनाएं लागू करना है। बिहार सरकार की नजर महिला मतदाताओं पर है, और इस यात्रा के जरिए मुख्यमंत्री उनके बीच विश्वास कायम करने का प्रयास करेंगे।
संभावित तारीखें और तैयारियां
यात्रा की शुरुआत बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र (25-29 नवंबर) के बाद दिसंबर में हो सकती है। इस बार भी यात्रा का नोडल विभाग ग्रामीण विकास विभाग होगा, जैसा कि उनकी पिछली यात्राओं में रहा है।
नीतीश कुमार के सलाहकारों के अनुसार, यह यात्रा विधानसभा चुनाव में जेडीयू की स्थिति को मजबूत करने के लिए एक रणनीतिक कदम है।बिहार चुनाव से पहले नीतीश कुमार का बड़ा कदम, करेंगे ‘महिला संवाद यात्रा’, 225 करोड़ का होगा खर्च